दिल से निकली
हंसी खनकती है
खोखली हंसी
में
छिपा होता है
एक सन्नाटा
पहचान मुश्किल नहीं
फिर भी लोग
अक्सर पहचान नहीं पाते
हंसने की बात पर
हंसी
झरने सी बहती है
बेबात
बहते पानी की तरह
पहचान मुश्किल नहीं
फिर भी लोग
अक्सर पहचान नहीं पाते
Mohalla Live
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Mohalla Live
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जाहिलों पर क्या कलम खराब करना!
Posted: 07 Jan 2016 03:37 AM PST
➧ *नदीम एस अख्तर*
मित्रगण कह रहे हैं कि...
8 वर्ष पहले
1 टिप्पणियाँ:
अच्छी कविता
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