दिल से निकली
हंसी खनकती है
खोखली हंसी
में
छिपा होता है
एक सन्नाटा
पहचान मुश्किल नहीं
फिर भी लोग
अक्सर पहचान नहीं पाते
हंसने की बात पर
हंसी
झरने सी बहती है
बेबात
बहते पानी की तरह
पहचान मुश्किल नहीं
फिर भी लोग
अक्सर पहचान नहीं पाते
Mohalla Live
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Mohalla Live
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गाली-मुक्त सिनेमा में आ पाएगा पूरा समाज?
Posted: 24 Jan 2015 12:35 AM PST
सिनेमा समाज की कहानी कहता है और...
10 वर्ष पहले
1 टिप्पणियाँ:
अच्छी कविता
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