हल

किसान
कल भी चलाते थे हल
आज भी चला रहे हैं
क्योंकि
उनकी समस्याएं
हल
नहीं हुईं


कल

कल की तो
बात ही मत करो
क्योंकि
कल कभी आज
नहीं बनता
कल...
कल रहता है

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