tag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.comments2022-11-20T18:06:42.460+05:30मेरा बसेरा...Unknownnoreply@blogger.comBlogger113125tag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-66250377596359499262010-07-11T21:21:45.411+05:302010-07-11T21:21:45.411+05:30चलने तो रोजी रोटी सबकी...चलने तो रोजी रोटी सबकी...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-32703308551221449462010-06-16T17:37:00.156+05:302010-06-16T17:37:00.156+05:30बिजली की ज़रूरत शहरों को है..
होर्डिंग्स के लिए ब...बिजली की ज़रूरत शहरों को है.. <br />होर्डिंग्स के लिए बैनर्स के लिए सजावट के लिए.. न कि गांवों के लिए , वहां के लोगों को तो आदन है न?Aadarsh Rathorehttps://www.blogger.com/profile/15887158306264369734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-22972584878951983602010-06-11T06:02:30.760+05:302010-06-11T06:02:30.760+05:30मरने वाले तब भी मासूम इन्सान ही होंगे..किसी के भाई...मरने वाले तब भी मासूम इन्सान ही होंगे..किसी के भाई, किसी के बेटे, बहनें माँ...<br /><br />यह तो समस्या का हल नहीं.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-31684324963458555182010-06-11T06:02:30.761+05:302010-06-11T06:02:30.761+05:30निर्णय देनेवालों पर सीधे वार करिए .. समय का इंतज़ा...निर्णय देनेवालों पर सीधे वार करिए .. समय का इंतज़ार क्यों ? खुलकर लिखिएसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-42976264643511472892010-06-11T00:51:40.815+05:302010-06-11T00:51:40.815+05:30सब राजनीति है क्या करेंगे.सब राजनीति है क्या करेंगे.Dev K Jhahttps://www.blogger.com/profile/06471032900319205793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-16598492752967736712010-01-25T22:40:58.681+05:302010-01-25T22:40:58.681+05:30वाकई हमाम में सब नंगे हैं... गणतंत्र दिवस की शुभका...वाकई हमाम में सब नंगे हैं... गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएंअबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-64944458724086537982010-01-25T20:12:00.123+05:302010-01-25T20:12:00.123+05:30बिल्कुल ठीक कहा है आपने।बिल्कुल ठीक कहा है आपने।janki jethwanihttps://www.blogger.com/profile/05043315438446703629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-2917817377896274582010-01-25T20:10:26.794+05:302010-01-25T20:10:26.794+05:30बिल्कुल ठीक कहा है आपनेबिल्कुल ठीक कहा है आपनेjanki jethwanihttps://www.blogger.com/profile/05043315438446703629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-5777381607296306182010-01-09T01:50:08.600+05:302010-01-09T01:50:08.600+05:30क्षितिज जी मैं आज भी उस सुबह को कभी नहीं भूल पाता ...क्षितिज जी मैं आज भी उस सुबह को कभी नहीं भूल पाता हूं... और उस शख्स को भुलाना तो मेरे लिए नामुमकिन सी बात है.अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-48934762867978845812010-01-03T16:11:52.034+05:302010-01-03T16:11:52.034+05:30क्षितिज जी बेहतरीन.. कम अल्फाज़ों में बहुत गहरी बा...क्षितिज जी बेहतरीन.. कम अल्फाज़ों में बहुत गहरी बात कह दी आपने... समझदार के लिए इशारा ही काफी है...अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-7792866970929582602010-01-02T20:20:30.990+05:302010-01-02T20:20:30.990+05:30सच कहा आपने...
दोस्ती सबसे करो...इस तरह कि दुश्मनी...सच कहा आपने...<br />दोस्ती सबसे करो...इस तरह कि दुश्मनी की गुंजाईश ही न रहे..।Aadarsh Rathorehttps://www.blogger.com/profile/15887158306264369734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-26626471564423970882009-12-28T12:52:52.161+05:302009-12-28T12:52:52.161+05:30क्षितिज जी... ख़बर ही ऐसी थी... जिसने सुन्न कर दिय...क्षितिज जी... ख़बर ही ऐसी थी... जिसने सुन्न कर दिया था... आज भी यकीन है कि वो लौट आएंगे...अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-46291113666288905292009-12-17T17:59:00.250+05:302009-12-17T17:59:00.250+05:30अच्छा लिखा. उम्मीद है, ऐसे ही रचते रहेंगे.अच्छा लिखा. उम्मीद है, ऐसे ही रचते रहेंगे.चण्डीदत्त शुक्ल-8824696345https://www.blogger.com/profile/07464479436953603553noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-11165484077860303142009-09-06T00:06:23.097+05:302009-09-06T00:06:23.097+05:30उम्मीद है कि उम्मीदों पर खरा उतरेंगे वो...उम्मीद है कि उम्मीदों पर खरा उतरेंगे वो...शून्यhttps://www.blogger.com/profile/00990999547871279199noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-43392371203535846252009-09-04T15:34:13.627+05:302009-09-04T15:34:13.627+05:30बेहद मार्मिक हो गयी आपकी उम्मीदबेहद मार्मिक हो गयी आपकी उम्मीदalka mishrahttps://www.blogger.com/profile/01380768461514952856noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-47352075667558060482009-09-04T15:30:54.595+05:302009-09-04T15:30:54.595+05:30बिल्कुल सही है कि उम्मीद नाजुक होती है ....बहुत ही...बिल्कुल सही है कि उम्मीद नाजुक होती है ....बहुत ही खुबसूरतओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-22673653718707129642009-09-01T20:37:50.708+05:302009-09-01T20:37:50.708+05:30वाह जी वाह !
उम्मीद की कविता.........
भरोसे की कवि...वाह जी वाह !<br />उम्मीद की कविता.........<br />भरोसे की कविता .........<br />और आपने दी है विचार की कविता !<br />___बधाई !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-62056003917319110392009-08-27T20:58:28.972+05:302009-08-27T20:58:28.972+05:30अपना कच्चा चिट्ठा बड़ी साफगोई से खोला। इस मासूम गु...अपना कच्चा चिट्ठा बड़ी साफगोई से खोला। इस मासूम गुनाह पर कहने के लिए शब्द नहीं। अच्छा चित्र उकेरा है।amlendu asthanahttps://www.blogger.com/profile/03358266859679497823noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-21733810721155759322009-08-27T19:31:42.869+05:302009-08-27T19:31:42.869+05:30दिल को देखो, चेहरा न देखो चेहरे ने लाखों को लूटा, ...दिल को देखो, चेहरा न देखो चेहरे ने लाखों को लूटा, दिल सच्चा और चेहरा झूठा। पर अब तो दिल भी और भावनाएं भी नकली हो गईं हैं। आपने खूब लिखा हैamlendu asthanahttps://www.blogger.com/profile/03358266859679497823noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-11549201685390204562009-08-27T19:13:26.899+05:302009-08-27T19:13:26.899+05:30आपके ब्लॉग को पढ़कर यादों की पगडंडी से उतरता हुआ ब...आपके ब्लॉग को पढ़कर यादों की पगडंडी से उतरता हुआ बचपन की नर्म-मर्म यादों को दस्तक देना एक सुखद अहसास है। आपने मन को हरा करने का सारा मनोविज्ञान अपने ब्लॉग पर सहेज कर रखा है। हमारे यादों के चौकीदार आपको मेरा नमस्कार है। लिखते रहिये झरोखा। आपको पढ़कर मुझे लॉर्ड टेनिशन की कविता 'टियर आइडल टियर्सÓ की याद भी आई। ध्न्यवाद।amlendu asthanahttps://www.blogger.com/profile/03358266859679497823noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-25073996707310711242009-08-21T10:25:38.926+05:302009-08-21T10:25:38.926+05:30'यादों के झरोखे से' एक आइना है, खुद को देख...'यादों के झरोखे से' एक आइना है, खुद को देखने का और दूसरों को दिखाने का। इस आइने में वो सारी चीजें हैं, जिसे जिन्दगी कहते हैं। बचपन की यादों को संजो कर रखना और उसे खूबसूरती से सजा कर प्रस्तुत करना बड़ी बात है। क्षितिज जी, आपकी ये कला काफी प्रेरित करती है। अपने आलेख में आपने छोटे-छोट वाक्यों के जरिए जिस सुंदरता से यादों का उकेरा है, वो दिल को छू जाता है। सचमुच आपने मजबूर कर दिया कि हम भी अपने जड़ों की ओर लौट चले। इस कंक्रीट के जंगल में भावनाओं और संवेदनाओं का कोई महत्व नहीं है। काश! वो पुराने दिन फिर लौट आते। -अजय शेखर प्रकाशअजय शेखर प्रकाशhttps://www.blogger.com/profile/15786201677953168280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-10731051476172336822009-08-20T08:15:13.336+05:302009-08-20T08:15:13.336+05:30बचपन याद करा दिया आपने... मज़ा आ गया... हम भी धूल-...बचपन याद करा दिया आपने... मज़ा आ गया... हम भी धूल-मिट्टी में लोटते हुए स्कूल पहुंचते थे और उससे भी बुरी हालत में घर लौटते थे। लेकिन स्कूल में मास्साब जब मारते थे, तो उसका जिक्र किसी से भी नहीं करते थे। वैसे भी बचपन से अब तक सारी तालीम सरकारी स्कूलों में हुई... लिहाज़ा मस्ती करने की पूरी छूट होती थी।अबयज़ ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-69924992728902933352009-08-13T17:25:49.636+05:302009-08-13T17:25:49.636+05:30cheharaa ye khoob hai !cheharaa ye khoob hai !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-65286060219651661852009-08-13T16:38:21.231+05:302009-08-13T16:38:21.231+05:30खूबसूरत भावाभिव्यक्ति।खूबसूरत भावाभिव्यक्ति।RAJIV MAHESHWARIhttps://www.blogger.com/profile/14655178760836239744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4548739134088075550.post-2684758130637923022009-08-12T18:56:16.207+05:302009-08-12T18:56:16.207+05:30Marmi tasvir, satik tippni.
Rajesh Apne achchha li...Marmi tasvir, satik tippni.<br />Rajesh Apne achchha likha hai. Apne profile mein apni tasvir nahi lagai. Mera ek dost bhi hai apke nam ka. kafi din ho gye usese mile. khair apne khush ker diya. likhten rahen.amlendu asthanahttps://www.blogger.com/profile/03358266859679497823noreply@blogger.com